परिचय
भारत, जो कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, ने 5G प्रौद्योगिकी की शुरुआत के साथ एक बड़ी परिवर्तन का अनुभव किया है। 2025 शायद भविष्य से बहुत दूर न हो, लेकिन यह निश्चित रूप से भारत में 5G स्मार्टफोन का वर्तमान है, जो पहले ही एक तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र बन चुका है, जो लाखों भारतीयों के मोबाइल अनुभव को पुनः परिभाषित कर रहा है। भारत मोबाइल क्रांति के लिए तैयार है, जिसमें प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटर जैसे जियो और एयरटेल अपनी 5G नेटवर्क को बढ़ा रहे हैं, और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड 5G की क्षमताओं को फैला रहे हैं। लेकिन भविष्य में 5G स्मार्टफोन के लिए हमें क्या उम्मीद करनी चाहिए? चलिए, हम इस गतिशील बाजार के कुछ हालिया प्रवृत्तियों, नवाचारों और प्रेरक कारकों पर एक नज़र डालते हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि बाजार ने किस प्रकार अपनी पैठ बनाई और इसके विकास की प्रवृत्तियाँ क्या हैं।
2024 में भारत में 5G स्मार्टफोन की स्वीकृति में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जिसमें 120 मिलियन 5G डिवाइस शिप किए गए, जो कुल स्मार्टफोन बिक्री का 79% हैं। 2025 तक, अनुमान है कि भारत के 50 प्रतिशत से अधिक स्मार्टफोन उपयोगकर्ता 5G नेटवर्क का उपयोग कर रहे होंगे। हालांकि, यह अनुमान है कि बाजार में वृद्धि जारी रहेगी, लेकिन रुपये के अवमूल्यन के कारण उत्पादन लागत में वृद्धि से स्मार्टफोन की कीमतें कम आय वर्ग के लिए सस्ती नहीं हो सकतीं। फिर भी, जैसे-जैसे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और सस्ती पैकेज उपलब्ध होंगे, 5G भारत में और अधिक प्रचलित हो जाएगा।
भाग 1: प्रमुख खिलाड़ी और बाजार गतिशीलता
सैमसंग की संख्या में बड़ी गिरावट आई, जबकि वीवो ने 2024 तक भारतीय स्मार्टफोन बाजार में प्रमुख स्थान पाया। एप्पल ने भी इस चयनित क्लब में प्रवेश किया, और भारत में शीर्ष पांच में जगह बनाई। इस बदलाव का मुख्य कारण एप्पल की बढ़ती स्थानीय निर्माण पहलों को माना जाता है, जिसमें फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे साझेदारों के साथ यह अपनी निर्भरता चीन पर कम कर रहा है। यह सब संकेत करता है कि सरकार के द्वारा उत्पादन-लिंक प्रोत्साहन (PLI) योजना जैसी पहलों के तहत घरेलू निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
एप्पल का बढ़ा हुआ स्थानीय उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला में निवेश यह दर्शाता है कि स्मार्टफोन क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव हो रहा है, क्योंकि ब्रांड स्थानीय स्तर पर उत्पादन की ओर बढ़ रहे हैं ताकि लागत को कम किया जा सके और भारत की बढ़ती 5G डिवाइस की मांग को पूरा किया जा सके।
भाग 2: उभरती प्रौद्योगिकियाँ और उपभोक्ता व्यवहार
ये स्मार्टफोन कुछ बेहतरीन फीचर्स के साथ आते हैं, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले चिपसेट, उन्नत कैमरा और लंबी बैटरी जीवन शामिल हैं। 5G कनेक्टिविटी की बढ़ती मांग के साथ, अब कई उपभोक्ता 5G डिवाइस को अपनी तेज़ इंटरनेट स्पीड और कम लेटेंसी के कारण चुन रहे हैं।
उपभोक्ता की प्राथमिकताएँ स्पष्ट रूप से विभाजित हैं, जिसमें लो-एंड और प्रीमियम डिवाइस दोनों की मांग है। यह खंड सबसे तेजी से बढ़ने वाला है, जहां किफायती 5G फोन लगभग 47% बिक्री का हिस्सा बनाते हैं; श्याओमी और वीवो जैसे ब्रांड अपने $200 से कम की पेशकशों के साथ बाजार में धूम मचा रहे हैं। साथ ही, प्रीमियम खंड, जो INR 30,000 से अधिक के मूल्य वाले होते हैं, मजबूत बना हुआ है और इसका 20% बाजार हिस्सेदारी है। यह प्रवृत्ति यह संकेत देती है कि उपभोक्ता उच्च गुणवत्ता वाले डिवाइस के लिए अधिक भुगतान करने को तैयार हैं, जिनमें प्रीमियम फीचर्स और बेहतर कनेक्टिविटी है।
भाग 3: भारतीय सरकार का योगदान और 5G स्मार्टफोन की मांग
भारत सरकार ने 5G अपनाने की प्रक्रिया को तेज़ी से बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उत्पादन लागत को कम करने के लिए, उसने 2025 की शुरुआत में स्मार्टफोन के प्रमुख हिस्सों जैसे कैमरा मॉड्यूल और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड्स पर आयात शुल्क हटा दिया। इस कदम से स्मार्टफोन की खुदरा कीमतों में गिरावट आ सकती है और औसत उपभोक्ताओं को 5G डिवाइस तक पहुंच प्राप्त हो सकती है।
इसके अलावा, उत्पादन-लिंक प्रोत्साहन (PLI) योजना घरेलू उत्पादन को लगातार प्रोत्साहित कर रही है। ऐसे प्रोत्साहनों के माध्यम से, भारत न केवल 5G स्मार्टफोन के लिए एक आदर्श बाजार बनने के लिए तैयार है, बल्कि एक बढ़ता हुआ वैश्विक स्मार्टफोन निर्माण केंद्र भी बन रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों को भारत में अपना निर्माण आधार स्थापित करने के लिए आमंत्रित करता है।
भाग 4: 5G नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और टेलीकॉम ऑपरेटरों की रणनीतियाँ
5G स्मार्टफोन का पूरा लाभ उठाने के लिए एक मजबूत 5G नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता है। 2024 तक, जियो और एयरटेल के पास क्रमशः 148 मिलियन और 90 मिलियन 5G ग्राहक थे। 5G का विस्तार अगले वर्ष में बढ़ने की संभावना है, कुछ टेलीकॉम कंपनियाँ जैसे वोडाफोन आइडिया और BSNL 2025 तक अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार हैं। इतनी विस्तृत कवरिज़ 5G डिवाइसों की स्वीकार्यता को बढ़ावा दे सकती है, जिससे अधिक उपभोक्ता यदि उनके पास 5G के लाभ का अनुभव करने के लिए साधन हों, तो अपने डिवाइस को अपग्रेड करने के लिए तैयार होंगे।
इसके अतिरिक्त, टेलीकॉम ऑपरेटर 5G निवेश को मुद्रीकरण के विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, जिसमें फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) शामिल है, जिसे जियो के नेटवर्क पर Q3 2024 में 2.8 मिलियन ग्राहकों द्वारा अपनाया गया था।
निष्कर्ष
भारत में 5G फोन बाजार का विकास तकनीकी प्रगति, सरकारी प्रोत्साहनों और नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से प्रेरित रहेगा। यदि 2024 5G क्रांति की नींव रखने का वर्ष था, तो 2025 वह वर्ष होगा जब यह नई तकनीक वास्तव में मोबाइल अनुभव को बदल देगी, जिससे उपभोक्ताओं को तेज़ इंटरनेट स्पीड, बेहतर कनेक्टिविटी और नए फीचर्स मिलेंगे। और जब बजट 5G और प्रीमियम 5G डिवाइस बाजार में आएंगे, स्मार्टफोन भारत की बड़ी आबादी के लिए अधिक सुलभ हो जाएंगे, जो देश के डिजिटल विकास में एक निश्चित मोड़ होगा।